केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार, श्रीभगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, हरिद्वार के शास्त्री द्वितीय सेमेस्टर एवं आचार्य द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों के दि-26-07-2023 से दिनाङ्क 09-08-2023 तक पन्द्रह दिवसीय प्रशिक्षुता सेवा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हुआ ।
ज्ञात हो कि विगत पन्द्रह दिनों से श्रीभगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के शास्त्री द्वितीय सेमेस्टर के एवं आचार्य द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों का प्रशिक्षुता सेवा प्रशिक्षण संस्कृत भारती के निर्देशन में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के नियमानुसार संचालित हुआ। जिसका उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास करना था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण का कार्य श्रीभगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के व्याकरण विभाग के प्राध्यापक डॉ.दीपक कुमार कोठारी द्वारा एवं संस्कृत भारती की ओर से श्री ज्योति प्रकाश जोशी एवं कुमारी सोनाली जोशी द्वारा कराया गया।
आज प्रशिक्षुता कार्यक्रम के समापन के अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सभा को सम्बोधित करते हुए संस्कृत भारती के प्रान्त संघठन मन्त्री श्रीमान् गौरव कुमार ने कहा कि संस्कृत भारती का उद्देश्य देवभाषा संस्कृत को जनभाषा बनाना है। इसीलिये संस्कृत भारती के द्वारा समय-समय पर राज्य के अनेक स्थानों पर प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करवाया जा रहा है।इस अवसर पर सभा को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. व्रजेन्द्र कुमार सिंहदेव ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का परिचय प्रदान करते हुए हमारे सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। साहित्य विभाग के आचार्य डॉ.निरञ्जन मिश्र ने कहा कि संस्कृत भाषा में वह सामर्थ्य है कि वह मानव के सामान्य जीवन को एक दैवीय जीवन बना सकती है,इसीलिए इसको देवभाषा कहा जाता है। सभा की समाप्ति ऐक्य मन्त्र के गान के साथ हुई। इस अवसर पर महाविद्यालय के व्याकरण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र कुमार,हिन्दी विषय की सहायकाचार्या डॉ. मञ्जू पटेल,अंग्रेजी विषय की सहायकाचार्या डॉ. आशिमा श्रवण,वेदांत विभाग के प्राध्यापक डॉ. आलोक सेमवाल, कम्प्यूटर विषय के प्राध्यापक श्री विवेक शुक्ला, डॉ प्रमेश , योग विभाग के प्राध्यापक श्री मनोज कुमार, श्रीमती स्वाति शर्मा, श्री अंकित भाटी, श्री जगदीश कुमार आदि उपस्थित रहे।