‘‘वेटरन सोल्जर्स सम्मान समारोह‘‘ में मुख्यमंत्री ने पूर्व सैनिकों को किया सम्मानित

Shivdev Arya

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को न्यू कैंट रोड में सेवा पखवाडा के तहत सैनिक कल्याण विभाग द्वारा आयोजित ‘‘वेटरन सोल्जर्स सम्मान समारोह‘‘ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में 80 वर्ष से अधिक आयु के 66 वेटरन सोल्जर्स सम्मानित हुए।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेवा पखवाड़ा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस से प्रारम्भ होकर आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर समाप्त हो रहा है। इस अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी वीर सैनिकों का सम्मान हम सभी के लिए अत्यन्त गर्व का विषय है, आज ये आपका सम्मान नहीं, बल्कि आप वीरों को सम्मानित कर हम सभी स्वंय को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। आप लोगों की वीरता, शौर्य और समर्पण के कारण ही हमारे देश की सीमाएं सदा सुरक्षित रहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सेना का एक गौरवशाली इतिहास है और उस इतिहास के कुछ स्वर्णिम हस्ताक्षर आज हमारे सम्मुख उपस्थित हैं। हमारे वीर सैनिकों ने हर मोर्चे पर तिरंगे के गौरव और मान को बढ़ाने का कार्य किया है। यही कारण है कि इस देश का हर नागरिक भारतीय सेना के प्रति सम्मान का एक अति विशिष्ट भाव रखता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने लाखों वीर सैनिक इस देश को दिए, जिन्होंने अपनी बहादुरी और साहस से ये दिखलाया कि देवभूमि ना केवल विश्व को शान्ति का मार्ग दिखा सकती है, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर शौर्य और वीरता को भी प्रदर्शित कर सकती है। हमारे उत्तराखंड की तो पहचान ही देवभूमि के बाद वीर भूमि के नाम से है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तराखंडी युवाओं के लिए सेना केवल आजीविका का माध्यम नहीं अपितु मां भारती की सेवा का एक मार्ग है। मैं स्वयं एक सैनिक परिवार से आता हूं और एक सैनिक पुत्र होने के नाते मैंने राष्ट्र सेवा के प्रति उस जज्बे को बहुत करीब से देखा है। एक सैनिक का समर्पण तो किसी से नहीं छिपता लेकिन उसका परिवार जो त्याग करता है, उस त्याग को हृदयंगम करने के अवसर बहुत कम आते हैं।

उन्होंने कहा कि इस देश में एक ऐसा दौर भी रहा जब हमारे इन वीरों को को बुनियादी सुविधाओं तक के लिए संघर्ष करना पड़ा। रोजमर्रा की आवश्यकता के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था, इन अभावों के बावजूद हमारे वीर सैनिकों ने कभी भी तिरंगे की आन पर आंच नहीं आने दी। लेकिन आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सेना के सशक्तिकरण का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। आज ना केवल हमारे सैनिक अत्याधुनिक हथियारों और सुविधाओं से लैस हैं बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। आज सेना दुश्मन को जवाब देने के लिए पहले की तरह इंतजार नहीं करती, बल्कि गोली का जवाब गोले से देती है। सैनिकों के मनोबल को बढ़ाने का जो कार्य प्रधानमंत्री श्री मोदी जी द्वारा किया गया है वो अभूतपूर्व है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वन रैंक, वन पेंशन जैसे कदमों से शुरू हुई इस सुधारवादी यात्रा में राफेल, डिफेंस कॉरिडोर और सीडीएस के पद का सृजन जैसे कई महत्वपूर्ण पड़ाव आ चुके हैं। हमारी वीरभूमि के लिए ये एक बार फिर से गौरव का क्षण है जब हमारे सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान जी को देश का दूसरा चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ बनाया गया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर जैसी बहुआयामी भर्ती योजना ने सेना हेतु युवाओं को और भी अधिक प्रोत्साहित किया है। वीरता में भारतीय सेना का पहले से कोई सानी नहीं है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में अब वो दिन भी दूर नहीं है जब आधुनिकता में भी भारतीय सेना पूरे विश्व में श्रेष्ठ होगी। इसके लिए खाका तैयार हो चुका है और आप जैसे प्रतिभावान पूर्व सैनिकों के मार्गदर्शन में इस अभियान की सफलता भी सुनिश्चित हो रही है।

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि यह सभी वेटरन सोल्जर वो हैं, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए कई बार युद्ध लड़ा है। हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेवा के अनवरत कार्यो के लिए हमेशा तत्परता से लगे रहते हैं। एकमात्र उनके ही विभागों द्वारा सेवा पखवाड़ा के तहत आठ कार्यक्रम करवाये जा चुके हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हम किसानों से लेकर सैनिकों तक सबकी चिंता कर रहे हैं। हमारी सरकार जहां किसानों के हितों को लेकर एवं उनकी आय दोगुनी करने के संकल्प को लेकर कार्य कर रही है, वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार सैनिकों व पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

गणेश जोशी ने कहा कि हमने सम्पूर्ण प्रदेश में शहीद सम्मान यात्रा का आयोजन किया, जिसमें प्रदेश के सभी शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को कलश के माध्यम से सैन्यधाम लाया गया। सैन्यधाम निर्माण का कार्य भी तैजी से चल रहा है। सरकार का संकल्प है कि दिसम्बर 2023 तक सैन्यधाम का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाए।

उन्होंने सैनिक कल्याण विभाग द्वारा पिछले दौरान पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के लिए किये गये विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी साझा की।

इस अवसर पर सैनिक कल्याण निदेशक कर्नल बीएस रावत, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सीबीएस बिष्ट सहित लेफ्टिनेंट जनरल शक्ति गुरुंग, लेफ्टिनेंट जनरल राम प्रधान, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल, बिग्रेडियर भगवान सिंह खत्री एवं सैकड़ों पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।

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