भाजपा ने आपातकाल की बरसी को काला दिवस के रूप में मनाया

Shivdev Arya

देहरादून। इंदिरा गांधी के शासनकाल में लगाए गए आपातकाल को 47 साल पूरे हो चुके हैं। आज देहरादून मे भाजपा ने आपातकाल की बरसी को काला दिवस के रूप में मनाया। सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में काली पट्टियां बांध कर कांग्रेस सरकार का विरोध जताया। इस दौरान मौन व्रत रखा गया। भाजपा अंबेडकरनगर मंडल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने घंटाघर स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास धरना देकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि 25 जून 1975 का दिन भारतीय इतिहास में हमेशा काला दिवस के रूप में याद किया जाएगा। ‘स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल है, ‘आपातकाल’ जिसमे कांग्रेस की सत्ता की भूख ने देश में लोकतंत्र की हत्या कर जनता पर अत्याचार की हद पारकर दी। आपातकाल के लिए देश कभी कांग्रेस को माफ़ नहीं कर पायेगा।’  इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने आपातकाल की घोषणा करके लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया था।

इतिहास में 25 जून का दिन भारत के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है। आज ही के दिन 1975 में देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की गई जिसने कई ऐतिहासिक घटनाओं को जन्म दिया। 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल लगा था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के अधीन देश में आपातकाल की घोषणा की थी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादास्पद काल था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे। 25 जून 1975 को भारत में आपातकाल के ऐलान के साथ ही सबसे पहले प्रेस पर सेंसरशिप लागू कर दिया गया। नागरिकों के सभी मौलिक अधिकारों को समाप्त कर दिया गया। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले राजनेताओं को जेल में डाला जाने लगा। इंदिरा गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, राजनारायण, लालकृष्ण आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, मोरारजी देसाई, नानाजी देशमुख, एचडी देवगौड़ा, वीएम तारकुंडे, लालू प्रसाद यादव, जॉर्ज फर्नांडीज, अरुण जेटली, रामविलास पासवान, शरद यादव, डॉ सुब्रमण्यम स्वामी आदि को जेल में डाल दिया था।

बीजेपी नेताओं ने कहा कि, आज के दिन 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू कर लोकतंत्र की हत्या की थी, आज कांग्रेस लोकतंत्र की बात करती है। वह एक परिवार की पार्टी है। पिछले 70 सालों से एक परिवार पार्टी पर राज कर रहा है। ऐसी पार्टी लोकतंत्र की बात करती है जबकि बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है।

मौन व्रत रखने वालों मे मुख्य रूप से मेयर सुनील उनियाल गामा, प्रदेश मीडिया प्रभारी ऋतु मित्रा, पार्षद श्रीमती विमला गौड़, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल, विश्वास डाबर, मंडल अध्यक्ष विशाल गुप्ता, हरीश डोरा, पुनीता मित्तल आदि मौजूद रहे।

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