सैनिकों को सम्मान देने की परम्परा अटल सरकार में करगिल युद्ध के बाद प्रारम्भ हुई

Shivdev Arya

चम्पावत 17 मई, चंपावत विधानसभा क्षेत्र के बनबसा स्थित देसी फार्म में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि चम्पावत की जनता विधायक नहीं मुख्यमंत्री चुनने जा रही है। मंत्री ने कहा कि सैनिकों को सम्मान देने की परम्परा अटल सरकार में करगिल युद्ध के बाद प्रारम्भ हुई।

शहीद सैनिकों को सम्मान देने का काम भाजपा सरकार ने किया। वर्ष 1972 से लम्बित वन रैंक वन पेन्शन की माँग को पूर्ण करने का काम भाजपा की सरकार ने किया। उन्होंने एक पूर्व सैनिक से पूछा कि आपकी सेवानिव्रति पर पेन्शन क्या थी, और वर्तमान में क्या है। पूर्व सैनिक ने बताया कि उस वक्त 4200 थी और आज 41000 है।

सैन्यधाम निर्माण एवं शहीद सम्मान यात्रा के सम्बंध में भी मंत्री ने जनता को बताया। उन्होंने बताया कि सैन्य धाम का मुख्य द्वार जनरल बिपिन रावत के नाम होगा। एनडीए एवं ओटीए जाने वाले युवाओं को सरकार एक लाख की सहायता देगी। उन्होंने जनता से विनती करते हुए कहा कि आप अपना वोट देकर मुख्यमंत्री को जीत का सर्टिफ़िकेट देने का काम करे। उन्होंने 31 मई को होने वाले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पुष्कर सिंह धामी को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाए।

उन्होंने जीत के अंतर को बढ़ाने का अनुरोध भी किया। मतदान प्रतिशत को 70 प्रतिशत से अधिक करने का प्रयास हम सबने करना है। इस अवसर पर गौरव सेनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैप्टन भानी चंद, उत्तराखंड सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद, कैप्टन हरीश चंद्र, जिला पंचायत सदस्य पुष्कर कापड़ी, पूर्व सैनिक पीटीआर शमशेर सिंह बिष्ट, भाजपा नेता मदन गहतोड़ी आदि उपस्थित रहे।

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