देहरादून: मसूरी विधानसभा से प्रत्याशी व वर्तमान विधायक सहित सरकार में केबिनेट मंत्री गणेश जोशी लगातार तीन बार से विधायक हैI जोशी एक बार राजपुर सीट से तो दो बार मसूरी सीट से विधायक रहे हैं। वहीं वर्तमान में वह उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट स्तर के मंत्री हैं।
अलग-अलग विधानसभा से चुनाव लड़ने के बाद जीत दर्ज करना गणेश जोशी की राजनैतिक कुशलता को साबित करता है। गणेश जोशी की अपनी विधानसभा सीट मसूरी से लेकर राजपुर विधानसभा सीट पर भी अपने समर्थकों के बीच बहुत लोकप्रियता है। यही कारण है कि वह चुनाव में लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं। इसके अलावा गणेश जोशी पूरे उत्तराखंड प्रदेश में भी प्रसिद्ध नेताओं में जाने जाते हैं।
गणेश जोशी का राजनीतिक जीवन से पूर्व भी बड़ा संघर्षमय जीवन रहा है। उन्होंने इससे पूर्व में भारतीय सेना में एक जवान के रूप में देश की सेवा की है। उनके पिता भी भारतीय सेना में जवान थे।
देहरादून के डीएवी इंटर कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद जोशी अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए गढ़वाल राइफल रेजीमेंट में एक जवान के रूप में शामिल हुए। जिसके बाद सन 1983 में स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्होंने सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
सेवानिवृत्ति के बाद सन 1984 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए, उन्होंने पार्टी में विभिन्न पदों पर रहते हुए बखूबी अपना कर्तव्य निभाया। वह देहरादून जिले में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे, इसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रभारी भी रहे, इस दौर में भारतीय जनता पार्टी उन पर अटूट विश्वास करती गई, और उन्हें देहरादून भाजपा के सचिव व जिला महासचिव तक की जिम्मेदारियों से नवाजा।
2007 में पार्टी ने गणेश जोशी की कर्मठता पर विश्वास जताते हुए उन्हें राजपुर विधानसभा सीट से विधायक प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा, जिसके बाद उन्होंने मजबूती से चुनाव लड़ इस सीट पर जीत दर्ज की, वहीं 2012 में उन्हें राजपुर सीट से ना लड़ा कर मसूरी विधानसभा सीट से टिकट दिया गया, जोशी ने वहां भी अच्छी जीत हासिल कर यह साबित कर दिया कि वह कहीं से भी जीत सकते हैं।
फिर 2017 में भी उन्होंने मसूरी विधानसभा से अपनी जीत का परचम लहराया।
अब 2022 के चुनाव में गणेश जोशी मसूरी विधानसभा सीट से तीसरी बार प्रत्याशी के रूप में मैदान में है।