“मृतक मनुष्य की बर्सी मनाने पर महात्मा दयानन्द वानप्रस्थ जी का उपदेश” -मनमोहन कुमार आर्य

Shivdev Arya

वर्तमान समय में हिन्दू समाज में किसी पारिवारिक सदस्य की मृत्यु होने पर तेरहवीं व बर्सी आदि की अनेक प्रथायें प्रचलित हैं। परिवार के वृद्ध व युवा सदस्य की मृत्यु होने पर पूर्व निर्धारित विवाह आदि अनेक कार्यक्रमों को रोक दिया जाता है। ऐसी भी प्रथा है कि तेरहवीं वा […]

आईये गुरूकुल, पौंधा के आगामी उत्सव (जून 3-5, 2022) में-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून

Shivdev Arya

                मनुष्य का कर्तव्य है कि वह अपनी आत्मा की उन्नति करे। आत्मा की उन्नति ज्ञान की प्राप्ति एवं तदवत् आचरण करने से होती है। शारीरिक उन्नति के पश्चात ज्ञान की प्राप्ति करना कर्तव्य है। सद्ज्ञान की प्राप्ति वेद व वैदिक शिक्षाओं को जानने वा पढ़ने से ही होती है। […]